पापा शौर्यपूण गीत प्रतियोगिता में भाग ले लिया पर कौनसा गीत गाऊ, मुझे तो कुछ समझ नहीं आ रहा।
पापा बोले परेशान न हो सब हो जायेगा।
मैं टूशन से आयी तो मेरा गीत पापा ने टेप रोक रोक कर कागज़ पर लिख लिया था।
मैंने भी पापा का इतना साथ पाकर दिल से गाने की तैयारी की और उस शौर्यपूण प्रतियोगिता में मुझे दूसरा इस्थान मिला।
उस दिन पापा ने मुझे यह सिखाया की कुछ भी क्यों न हो जिंदगी में हारना नहीं है, एक बार कोशिश जरूर करना।
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