जगमगाती रौशनी , वो धूम धराके की आवाज आया देखो दीपों का त्यौहार । ऐसा त्यौहार जिसमे सब एक होकर घर को सजाते है ऐसा त्यौहार जिसमे सब मिल पटाको का धमाल मचाते है माना यह दिवाली हर साल से थोड़ा अलग है अपने दूर है, पर साथ है। जो आस पास है उनके साथ खुशियाँ बाँटे इस बार दिवाली की रौशनी को मुस्कुराहत के साथ जगमगाये। हमेशा की तरह दिल से यह दिलवाली दिवाली मनाये।
काश यह दिल फिर से बच्चा बन जाये , न किसी से नाराज न किसी की बात दिल से लगाए | बचपन की तरह हर बात पर चुलबुलाये | कुछ बड़ा बनने के सपने सजाये , हर साल की तरह आने वाले साल भी हम सब मुस्कुराये |
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