माँ ओ माँ,
काश मैं फिर से छोटी हो जाऊ,
तेरे गोद में सर रखकर सो जाऊ।
जहा न हो मुझे कल की फ़िक्र,
जहा न हो मुझे किसी का भी डर।
ओ माँ काश मैं फिर से छोटी हो जाऊ
वो तेरा लोरी सुनाना,
वो मुझे अच्छा बुरा समझाना।
वो तेरा आज भी मेरे लिए परेशान होना,
वो मुझे देख कर ही तेरे चेहरे पर चमक आना।
ओ माँ काश मैं फिर से छोटी हो जाऊ,
और तेरी गोद में चुपके से सो जाऊ
ओ माँ !!!
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