मेरी तबियत ख़राब हुई और मुझे कम्पलीट बेडरेस्ट बोल दिया गया।
मैं तो बेडरेस्ट कर लू पर बच्चो को कौन संभालेगा,बच्चो को खाना खिलाना, खेल वगेरा सब कौन करेगा।इसी सोच मैं रात को सो गई |
सुबह थोड़ा लेट उठी तो देखा बच्चो ने सुबह का दूध पी लिया है और नास्ता तैयार हो चूका है।
आज तो बच्चो के पापा ने पूरी ज़िम्मेदारी के साथ सब काम संभाल लिया है | यह देख एक तस्सली सी हुई, दिखाते नहीं है पर हर ज़िम्मेदारी को बखूबी निभाते है|
पापा ऐसे ही होते है |
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